फ्रॉड कॉल से पैसे ऐंठ रहें हैं साइबर ठग
इंटरनेट और आजकल के टेक्नॉलजी से भरे जमाने में चोर चोरी करने के लिए नई-नई तकनीकों का इस्तेमाल कर रहे हैं। ये ठग पैसे ऐंठने के लिए लोगों को फ्रॉड कॉल कर उन्हें झूठी कहानी बताते हैं जिससे वे घबरा जाएँ और उन्हें पैसे ट्रैन्स्फर कर दें। कुछ ऐसा ही हादसा देहरादून नगर निगम के मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अविनाश खन्ना के साथ हुआ। वे अपने कार्यालय में बैठे थे और तभी उन्हें +923196055255 नामक नंबर से कॉल आई। उन्हें कॉल में बोला गया कि उनकी लड़की को सदर थाना लखनऊ पुलिस ने गिरफ्तार किया है और यदि वे उसको छुड़वाना चाहते हैं, तो यूपीआई या नेट बैंकिंग के जरिए 80 हजार रुपये उनके बैंक अकाउंट में भेज दें। इस घटना के बाद डॉ. अविनाश ने फोन कॉल की पड़ताल की तो पता चला कि यह साइबर ठग का काम है और फिर उन्होंने इसकी जानकारी साइबर थाना पुलिस को दी। इस तरह के कॉल आजकल लगभग सभी को आ रहे हैं और ज्यादातर फोन नंबर का कोड 92 से शुरू होता है जो कि फ्रॉड कॉल की निशानी है। इसीलिए सभी लोगों को इस बारे में जागरूक होना आवश्यक है और अगर उन्हें काभी ऐसा कोई कॉल आता है, तो सामने वाले की बातों में ना आकार पहले पूरी जांच पड़ताल करें और फिर आगे की सोचें।
