पूछड़ी में बड़ी कार्रवाई: 25 हेक्टेयर वनभूमि खाली, 52 ढांचों पर चला बुलडोज़र
रामनगर के पूछड़ी इलाके में वन भूमि से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान सलीम और ताहिर द्वारा जमीन बेचने की चर्चा पूरे क्षेत्र में छाई रही। कई परिवारों ने बताया कि उन्होंने इनसे डेढ़ से तीन लाख रुपये में प्लॉट खरीदे थे। पिछले वर्ष हुई जांच में यह खुलासा हुआ था कि करीब 170 परिवारों को महज़ 10 रुपये के स्टांप पर जमीनें बेची गई थीं। जांच रिपोर्ट के आधार पर ताहिर, अजमत, फईम अहमद, उस्मान खान, कमला देवी और धीरेंद्र पर मुकदमा दर्ज किया गया था।
अभियान शुरू होने से एक रात पहले ही लोग अपने घर छोड़ने लगे थे। ऊर्जा निगम द्वारा बिजली आपूर्ति रोकने से स्थिति और तनावपूर्ण हो गई। अंधेरे में प्रशासन की लगातार मुनादी के बीच परिवार रोते-सिसकते अपना सामान समेटते नज़र आए। सुबह होते-होते महिलाएं और बच्चे मजबूरी में घर खाली कर चुके थे।
रविवार सुबह वन विभाग, राजस्व विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम ने लगभग सात घंटे तक चले अभियान में 25 हेक्टेयर क्षेत्र को अतिक्रमण से मुक्त कर दिया। नौ जेसीबी और चार पोकलैंड मशीनों की मदद से कुल 52 गैरकानूनी ढांचों—जिनमें 15 पक्के और 37 कच्चे मकान शामिल थे—को गिरा दिया गया। कुछ लोगों ने विरोध करने की कोशिश की, लेकिन भारी पुलिस बल देखकर वे पीछे हट गए।
करीब दस साल पहले इस क्षेत्र की 100 हेक्टेयर से अधिक वन भूमि पर अवैध कॉलोनियां बसाई गई थीं। ट्रंचिंग ग्राउंड के लिए नगर पालिका को दी गई 12 बीघा जमीन में से 9 बीघा हिस्से पर भी कब्जा हो गया था, जिसे इस कार्रवाई के दौरान खाली कराया गया।
विरोध कर रहे कई लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया, हालांकि शाम को सभी को रिहा कर दिया गया।
