धर्मनगरी में हो रहा अवैध रूप से माँस-मदिरा का सेवन
हरिद्वार से हमेशा से ही माँस-मदिरा पूर्ण रूप से प्रतिबंधित है। लेकिन इसका सही रूप से पालन नहीं किया जा रहा है। गंगा तट के दूसरे छोर पर खाली जमीन पर झोपड़-झुग्गियों में अवैध माँस पका कर कहा रहे थे। कई बार इन सब जगहों का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ लेकिन किसी के भी द्वारा कोई भी एक्शन नहीं ले गया। जब इसकी शिकायत वहाँ के स्थानीय लोगों ने श्रीगंगा सभा के पंडितों से की जिसके बाद वहाँ जाकर उन्होंने कई लोगों को कच्चे माँस के साथ पकड़ा और साथ ही कुछ को पका हुआ माँस खाते हुए भी पकड़ा। युवाओं ने इस बात पर काफी आक्रोश व्यक्त किया और झोपड़ियों को तोड़ना भी शुरू कर दिया। इस मामले को लेकर बवाल बढ़ने लगा तो पुलिस ने आक्रोशित युवाओं को संभाला और साथ ही जेसीबी से झोपड़ियों को तोड़ दिया।
